"उत्साहित माँ की आँखों में चमक"
JGO फाउंडेशन के योगदान पर हार्दिक आभार
"मेरी बेटी पिछले एक साल से आंगनबाड़ी जा रही है।
शुरू से ही वह तेज़ और सीखने में होशियार थी —
लेकिन जब से JGO फाउंडेशन की टीम ने नियमित रूप से यहाँ सेवाएँ देना शुरू कीं,
तब से मैं उसकी तरक्की देखकर हर दिन हैरान और अभिभूत हो जाती हूँ।
अब वह सिर्फ सीख नहीं रही,
बल्कि अपनी उम्र के साथियों के साथ खेलना, खाना बाँटना और मिलकर सीखना सीख रही है।
घर लौटते ही वह दिनभर की बातें मुझे, अपने पापा और दादी से खुशी से बाँटती है।
अब तो सुबह घर से निकलते वक्त और आंगनबाड़ी से लौटते हुए
वह बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेना अपनी आदत बना चुकी है।
सबसे बड़ी बात —
अब वह मोबाइल से दूर रहती है और बाहर खेलने, दौड़ने में आनंद लेती है।
मैं तो उससे ज़्यादा उत्साहित रहती हूँ —
कि आज मेरी बेटी ने NGO वाली दीदी से क्या नया सीखा होगा?
मैं दिल से धन्यवाद देती हूँ —
आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता बहनों को और
JGO फाउंडेशन की उन दीदीयों को,
जिन्होंने मेरी बेटी को पढ़ाई के साथ-साथ जीवन जीने की अच्छी आदतें भी सिखाईं।"*