"सिर्फ पाँच मिनट और जीवन का तनाव जैसे पिघल गया…"
— राकेश शर्मा, सफल व्यवसायी
"मैं एक व्यवसायी हूँ — मेरी दिनचर्या तेज़, चुनौतीपूर्ण और लगातार निर्णयों से भरी होती है। तनाव मेरी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ध्यान जैसे किसी सत्र में मैं कुछ खास पा सकूँगा।
लेकिन JGO फाउंडेशन द्वारा आयोजित 'अंतर-ध्यान संगम' ने मेरी धारणा ही बदल दी। यह मेरा पहला अनुभव था, और मैंने तीन दिन लगातार इस कार्यक्रम को जॉइन किया — हर दिन एक नई अनुभूति, हर क्षण एक नई ऊर्जा।
यह सेशन ध्यान के पारंपरिक और क्लिष्ट तरीकों से बिल्कुल अलग था। यहाँ ध्यान को इतनी सहजता, सरसता और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया कि मैं उसमें पूरी तरह घुल गया।
एक व्यस्त व्यवसायी के लिए जब दिनभर का तनाव भीतर जम जाए, तब 'अंतर-ध्यान संगम' जैसे कार्यक्रम न सिर्फ शारीरिक और मानसिक विश्राम देते हैं, बल्कि हमें तनाव को संभालने का तरीका भी सिखाते हैं।
सेशन के दौरान विशेष रूप से लेटकर ध्यान करने की विधि में, जब मैंने मात्र 5 मिनट की झपकी ली, तो लगा जैसे मेरे मस्तिष्क पर छाया धुंध छँट गई हो, जैसे मेरी सोच को नई स्पष्टता और शांति मिल गई हो।
मैंने वहाँ सिर्फ ध्यान नहीं किया —
मैंने स्वयं को फिर से पाया।
JGO फाउंडेशन का 'अंतर-ध्यान संगम' वास्तव में हर उस व्यक्ति के लिए है, जो भागदौड़ भरे जीवन में एक गहराई भरा विराम लेना चाहता है।"