संस्कृति से सजी संगत — विजेता जी की शक्ति संगम यात्रा
स्थान: सुदर्शना नगर, बीकानेर
परियोजना: शक्ति संगम
"शक्ति संगम से जुड़ना मेरे लिए सिर्फ एक आयोजन का हिस्सा बनना नहीं था, यह मेरे भीतर की जड़ों से जुड़ने का अनुभव था।
जब मैंने अपनी कॉलोनी की सखियों के साथ मिलकर छोटी-छोटी बैठकों को धर्म, भजन, लोक परंपरा और उत्सवों से जोड़ा — तब मुझे एहसास हुआ कि हमारी संस्कृति कितनी जीवंत और जोड़ने वाली है।
JGO फाउंडेशन की प्रेरणा से मैंने जाना कि बड़े बदलाव के लिए बड़े मंच की नहीं, बस एक सच्चे मन और एक सशक्त सोच की जरूरत होती है।
आज जब हम घर-आंगन में मिलते हैं, तो केवल हँसी-ठिठोली नहीं, बल्कि अपनी परंपराओं को जीते हैं। हर बार लगता है — मैं अकेली नहीं, हम सब मिलकर संस्कृति को फिर से जगा रहे हैं।
मेरे लिए शक्ति संगम सिर्फ एक यात्रा नहीं, आत्मिक जुड़ाव की शुरुआत है।"
— श्रीमती विजेता जी, सखी, सुदर्शना नगर